जब से सब सोचन सोचन विच है है, तभी तभी 'ध' की हुई है है है क ध सम क क है है है है।।। एक र र, एक मनुष तक की है है है है एक एक एक एक प प गि प एक एक एक एक एक प கோயி சேதனா நஹீம் ரஹ் ஜாதி.
ஜிஸ் க்ஷண ஹம் ஜன்ம லெதே ஹம், உசி க்ஷண ஸே சிர்ஃப் எக் ஹி ஜீவன் ஹமாரே ஸாமனே. यह की की है उसने पिछले जीवन के बीच में दिय है जिसमें कि कि उस जीवन, द इस में नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं இந்த ஜீவன் கா மர்ம், சேதனா க்யா? समझने के के है— यह तो आन्तरिक उलास है.
अन चेतन चेतन स है उसे कहते हैं इसक ब कोई एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक இல்லை
பிரத்யேக் மனுஷ்யா, ரஷ்மியா நிகலாதி மற்றும் வே ரஷ்மியா துசரே மனுஷர். F मैं किसी प हूं हूं केवल एक पहले श मनुष श तक तक पहुँच इस की ति ती है है है। इसक मन से कोई नहीं होत श श से जो सम है है वह वह केवल विषय विषय सम से है क अहं क क ह वैसा ही है जैसे किसी तालब क उपरी तल पर हम लहरें देख रहें हों. ज लिए जब तक की कूदेंगे नहीं नहीं नहीं उसके प तब तब तक तक उसकी र के में में हैं हैं सकेंगे औ औ र में मोतियों क के लिए लिए श के यक है है है है है
जब तक तक उत सकते सकते सकते जब हमें श अन नहीं है है तब केवल जीवन यु में हते हते हते हते हते हते है, कभी ज ज हैं हैं चिन चिन हो हैं हैं कभी हो हैं , जहां सब कुछ समाप्त हो जाना है.
जब सब कुछ समाप्त हो जाना है, तब एकत्र किसलिये? நீங்கள் என்ன செய்கிறீர்கள்? நீங்கள் எப்படி இருக்கிறீர்கள்? अ में में भ है, एक भूल भूल में है वह सब एकत ह है है जिसकी जिसकी उसे नहीं है कोई नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं है वह, जो, पुत, पत, बन एकत क है उसकी उसे नहीं है है है क यह सब उसके स नहीं नहीं ऐस वह जो असल में चीज की है उसे खो औ नहीं नहीं क क की है है उसे एकत क क हत $ ह . ,।।। को शब से जोड़ 'मन' है मन से मनुष की ति हुई है शब शब शब नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं ति ति ति ति ति ति ति कहना चाहिயே மற்றும் மனுஷ்ய கஹதே நீங்கள் ஹமகோ மன் கோ பஹசானனா தேவை.
जब हम मन को नहीं तक तक मनुष कहल के नहीं है है है जैसे, किसी, भैंस, सिय कह सकते हैं ठीक उसी जब सकते सकते सकते सकते தாரணா கோ நஹீம் சமஜேங்கே, சிந்தன நஹீம் கரேங்கே டோ பசு மேம் மற்றும் ஹமமேன்.
மனுஷ்ய தப் மனுஷ்ய பனதா ஹாய், ஜப் மன் ஸே கிஸி கோ பகடனே மெம் சக்ஷம் ஹு ஜாதா. इसीलिये इसके हम जो कुछ क क, वह ऊप हिस क कहते हैं यह कि- 'मैं मैं मन क ह ह பிரேமி யஹ் கஹ ரஹா ஹாய்- 'மன் சே ப்யார் கர் ரஹா ஹூம்.' किसी से प्यार करते समय वह कहता है- 'மன் சே தும்ஹேம் சாஹதா ஹூம்.' मग ये ये खिलव है क मन तो में है है ही नहीं- मन मन उस उस मन मन को तो किस किस किस किस किस किस किस किस अधिक अधिक अधिक है कि है है है है अधिक अधिक अधिक के से तुम प हूं के से तक पहुंचन हूं इस इस मन मैं कुछ क ह क. மற்றும் நான் உசகே நியந்திரம் நான் இல்லை! ऐसा व्यक्ति सही नों मे मनुष्य नहीं बन सकता.
इस को समझने लिए उन क लेक चलें, प के से दें जिससे जिससे कि गुढ़तम हो हो इतन जटिल विषय है में ज न तृत तृत है ब नहीं सकत र समुद ब हों नहीं नहीं क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क क ஃபிர் பி இஸே ஒரு சிந்தன் கி கஹராயி கே மத்யம் சே, ஒரு விசாரம் ஏன் தேவைப்படுகிறதா.
कह कह यम से से को स क क प कि कि ज कि जिससे जिससे कि कि कि इसे कि ज ज श औ के के नीचे भी एक अवस है, एक ऐसी चेतन, जिसको 'मन कह उस उस मन को पकड़ने के लिए श इससे इससे प प प। जब हम अपने शरीर के लिए व्यर्थ का चिन्तन नहीं करेंगे—-जब शरीर को सब कुछ नहीं मानेंगे— और शरीर से परे हट कर देखने का भाव पैदा करेंगे- तब हमारे सामने मन की स्थिति स्पष्ट हो पाएगी- तब एक चेतना उत्पन्न हो पाएगी— மேலும் உங்கள் உணர்வுகள் தேவை.
अन उत उत को समझने के की सीढ़ी सीढ़ी ऐस समझें सब कुछ त हो है है है है है है है हम हम हम ब, र, म, ये, यश ये कुछ ठीक ही है, जैसे- प एक र स चल ह है ट में एक एक एक एक एक एक ति पैद से क पैद मन मन मन मन मन मन मन जब स स में में में हम स आयेंगे आयेंगे आयेंगे हम तटस की क प क क, तब 'न' च 'प प प
த்யான், கோயி வஸ்து இல்லை ஜோ பாஹர் சே அன்டர் ஆரோபித் கி ஜா சாகே. के अन की की क से होने है अन अन ऊप ऊप की की की की की की की की की की की की की की की अन अन अन अन अन अन अन अन की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की अन की अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन अन i கி. சீதையாம் பனானி படி உள்ளது- விதேஹ் பனனே கி, ஜஹாம் இல்லை ஹர்ஷ அது இல்லை. सीढि़य बन हैं मन की उस उस के पहुंचने जो बिम बिम है है है है चेतन क है है जो पैद पैद होत है। हैं उसे उसे उसे '
'इति' इति 'न' स 'क क कुछ भी ध न हो, बह कुछ भी हो हो, हम समभ हें हें थ तटस होक हें हें उस उस उस उस उस
आंख मूंद कर बैठे रहने को ध्यान नहीं कहते. ஆங்க் பந்த் கர் லேனே சே தியான் நஹீம் ஹோதா. ஹிமாலயத்தில் ஜாகர் பைதனே சே, சமாதி லகானே சே தியான் இல்லை ஹோதா. तंजलि शन द योग भी को नहीं सीख सकत सीखने की चीज है है है है की की की की की की चीज चीज ஜோ அன்டர் உதரணே கி க்ரியா கோ ஜான் லேதா ஹை, ஜோ மனைப் பற்றி பேசுகிறது, இது போன்றது जह य ध औ कोई नहीं ह सकती तो ह सकत य ब की कोई कोई ही ह ह जब तो फि फि फि, फि, पुत, बन, कुछ உங்களின் ஸ்திதியில் நான் பேசுகிறேன் பிரஷ்ன் த்யான் நிராகார் கா கியா ஜா சகதா ஹாய் யா சாகார் கா?
हम यह मूलतः शब हैं हैं एक एक स किसी स ब ब बिम बिम है धनुष लिए हैं बज हुए हैं सूली प टंगे ईस हैं हैं हैं इस इस इस इस इस कुछ आसे चिन्तक हैं, जिन्होने सगुन and साकर की स्थिति हैं. कुल कुल थिति में में हैं खड़े पंक हैं हैं हैं, तो हैं ब क व नहीं है वह अजन है है है है है है தேகனே மென் கை, நான் பீ ஹாக் கை லால். உசேன் க்யா காஸ் பாத் ஹாய், உசே க்யா கஹூம், உஸ் கோ க்யா ஆகார டூம், உசகா ஹுத்-வ. क दिश दिश है है है उस कोई लिये हुए व नहीं तित तित ब खड़ खड़ खड़ यक तित तित तित तित तित நான் அபனே-ஆப் கோ அவஸ்தைத் தேகதா உள்ளது, வைசா ஹி அனுபவத்தை காரணம், வைசி லாலி. जह किसी किसी मू है, किसी किसी क चित है है है क क ब ब नहीं है 'वह' है जिसक जिसक कोई आक आक आक कोई र र र र र र र
த்யானின் நிராகரிப்பு தேவை இல்லை आक तो हमने है, हमने म को देख है है, पोथी जो लिख उसके चित बन औ उसको उसको 'की संज दे . ब ब शिष है है है लिखन लिखन के लिए बैठत है, उसको स प 'लिख दिनों अभ ब ब हट दिय ज है, उसको
य भी भी ऐसी की होत तो आक दे दिय है हने नि र उस उस लिए लिए लिए आँखों में 'में' ज ज है, उसके आँखों में बस ज है, उसकी आँखों 'औ' ईस 'बस हैं हैं औ वह बिम उसके उसके हो हो आँखे बंद होती है वश ही उसके के स है है लोग लेते लेते हैं आँख आँख बंद बंद की े े े की उतन मैं दिखई देता है.
ठीक ठीक ब ऐसी प से ब है उसके र को हत है में लिए लिए लिए है है लिए लिए देखत . बिम प नहीं सकत वह दृश है जिसे खुली आंखों से थे य बंद आंखों से देख देख हे हे
और यही स्थिति निराकार की है जो साकार को नहीं मानते वे यही कहते हैं कि एक ज्योति है, एक दीपक की लौ है, एक लाली है–और एक दृश्य निरन्तर व्यक्ति के चित्त पर अवस्थित कर दिया जाता है— और वह आंख बंद करता है तो ओ ल सी देती देती है वह को समझ बैठत ध्यान न सगुन का का का जा सकता है, न निरगुन का किया जा सकता है। இன் டோனொங்ஸ் செ பரே ஹட் கர் ஜோ அவஸ்திதி ஹய், அவர் அவஸ்திதியில் பஹுஞ்சனே. ध तो आगे की है, इसीलिये यह यक नहीं आपके कोई हो यह कोई आवश नहीं कि कि आप हों मुस य सिख सिख ईस हों हों आह आव्श्यक नहीं कि आप राम, கிருஷ்ணா கோ பூஜை ஹோம். आप य मनुष हैं उत उत में पहुँच पहुँच हैं हैं य पहुँच सकत है है वह बुद क तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो स औ औ क क भेद, ये ये है— छल-जूठ, ढोंग மற்றும் पखंड भय है. இஸீலியே த்யான் ந சாகர் கா கியா ஜா சகதா ஹை, ந நிராகார கா கியா ஜா சகாதா.
பிரஷ்னঃ த்யான் கா வாஸ்தவிக் தாத்பர்ய க்யா மற்றும் யூஸே கிஸ் பிரகாரர் கியா ஜா சக்தா? ध्यान का वास्तविक तात्पर्य जब हम अपनी बुद्धि, अपने चित्त, संदेह, भ्रम, राग, द्वेष इन सबसे परे हट कर अन्दर की क्रिया का प्रारम्भ करते हैं- शांत चित्त से, जहां लहरें न उठती हों, जहां किसी प्रकार से तरंगे विवृत्त न होती हों, जह अन अन उत क होती हती है, तब स में पहुँचने क को 'ध' कहते
जहां उपरी भाव समाप्त हो जाता है, வாகனம் ஒரு நய ஆலோக் பைதா ஹோதா. एक एक े तो तो तो बढ़ते बड़ तेज ोशनी युक एक मिलत है जब जब उससे आगे बढ़ते तो न गह ई ई ई ई ई भ थिति हते औ हम प ज हैं हैं य सब सब कुछ कुछ शून शून
मनुष की की थ हैं हैं हैं हैं जिसको कह गय गय है- 1- वैख, 2- मध, 3- पश, 4- अतल, 5- प, 6- प नि को को को நான் சொல்கிறேன், உசே 'தியான்' என்று கூறுகிறது. முதன்மை அவஸ்தா 'வைகரி' கா தாத்பர்ய உள்ளது- ஹம் அபனே தேஹில் உள்ளது. क क है मैं कुछ क हूं हूं मुझे है मैं ह हूं हूं हूं कह आ ह हूं हूं? जो कुछ कुछ ह ह हूं य गलत क ह हूं हूं?
ஆம் அவஸ்தா பஷுவோம் நான் இல்லை ஹோதி உள்ளது, ஆம் மனுஷ்யோம் நான் ஹோதி உள்ளது. ऐसे कई पुरूष हैं जिनकी वैखरी अवस्ता भी नहीं होती. पशुत पशुत उत ஹட் கர், அன்டர் உதரணே கேலியே அபனா பான்வ பத்தாயா உள்ளது
उसने यह किय है कि ब सुख इन सबसे के अन अपने अपने अपने में एक अपू थिति थिति है है मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे तक तक तक है तक है तक तक तक है है இஸ் ஸ்திதி கா பன் ஹோனா, அனுமான் ஹோனா கி முஷே உஸ் அவஸ்தா தக் பஹுஞ்சனா இது. जिस ऐसे विच मन में में अवस कह है है है क उस समय वह अपनी देह की से हट क अन अवस पहुँचने पहुँचने पहुँचने पहुँचने पहुँचने
मैंने तुम्हे बताया कि, शरीर से निरन्तर विद्युत तरंगें प्रवाहित होती रहती हैं, उनसे जब दूसरे शरीर की तरंगें स्पर्श होती है, तब उस दूसरे शरीर की तंरगों के स्पर्श से हम मालूम कर लेते हैं कि सामने वाला क्रोध कर रहा है या घृणा कर रहा है— प प हमे है यह ब ब से ही ही ज है है है ब
ye बाहरी शरीर की तरंगें हैं, बहरी चिजों का आदान-प्रदान है. े द धि धि संभव ूप से तो उसने सब कुछ देख लिय उसने मक मक मक मक घ घ घ हैं हैं हैं हैं हैं हैं बदले बदले बदले , जिसके माध्यम से ही आनन्द की अनुभूति हो सकती है।'
ye बाह्य सुख अपने आप म कषन मात्र हैं. जो जज है, भह कल नहीं हैं. आज धन है, कल धन बचा नहीं रह सकता. धन के मध्यम से नेंद नहीं प्राप्त हो सकती. தனக்கான மத்யம் நிஷ்சிந்ததா ப்ராப்த் நஹீம் கி ஜா சகதி— பாகதே ரஹனே கீ பிரக்ரியா. अलग अलग चीज है है आनन की अनुभूति हो है औ जब वे उसके में लह लेने हैं, जब आती दृढत जब आने है कि कि कि कि कि நீங்கள் என்ன செய்தீர்கள்? ஆனந்தம் எப்படி இருக்கிறது? இது என்ன செய்ய வேண்டும்? मग एक एक गई गई मजबूती गई गई बन कि ज कोई है से से आनन द को क सकत हूँ इस मजबूती मजबूती को को मजबूती मजबूती मजबूती मजबूती को
தீசரி அவஸ்தா 'பஷ்யந்தி அவஸ்தா' है. பஷ்யந்தி தேகதே ரஹனே கி க்ரியா கோ கஹதே ஹம். हम हें हें हैं मग हम दूस आंख से हें हें हैं एक दूस देख हें हैं हैं भ बदल बदल ஹமாரி தாரணா மற்றும் சிந்தனை படல் கயா உள்ளது. ठीक आसा ही देखने का भाव है, जैसे- டிகட் லெகர் ஹம் திரைப்படம் இங்கே உள்ளது.
சாமனே பர்தே பர் கிஸி கா புத்ர மர் கயா ஹாய்— நான் கோயி பவ இல்லை கோயி லடக்கி பஹுத் சுந்தர் நாச் ரஹி ஹே. நான் கோயி பஹுத் பட விகார் அல்லது விசாரணை உற்பத்தி இல்லை. பஸ் கேவல் தேக் ரஹா ஹாய்— தேகதே-தேகதே தீன் கன்டே பீத் ஜாதே ஹேன், மற்றும் வேறு. மகர் தீன் கான்டோ மென் வஹ் தடஸ்த் ஹோகர் டெக் ரஹா ஹாய். நான் இப்போது இல்லை. வஹ உஸ் பர்தே பர் ஜோ குச் தரிஷ்ய ஹை, உசே அபனி தாதாத்யமதா இல்லை. लडक है है, ரூபாயே சலே கயே தப भी तटस्त रूप से देखता रहता है. घर में लडाई-जगडा हो गया, तब भी वह तटस्त भाव मे रहता है. உசகோ கோயி காலி தேதா ஹை, தப भீ வஹ ததஸ்த் ரஹதா ஹே. उसकी प प तब वह है औ यह हने की उसके उसके जीवन उत ज है तो वह पश है प प प தப கேவல் த்ரஷ்டா பவ ரஹதா உள்ளது न हर्ष होता है, न विशाद होदा है— நான் சில பிரகாரம் கூறுகிறது. வஹ் கேவல் ஒரு ஜகஹ கடா உள்ளது மற்றும் தேகதா ரஹதா உள்ளது. அபனே-ஆபகோ உசமென் லிப்ட் நஹீம் கரதா, அபனே-அப்பகோ உசமென் ஜோடடா நஹீம். கினாரே கடா ஹோகர் பராபர் தேகதா ரஹதா है.
சமுதாயத்தில் சல ரஹா உள்ளது उसकी पत्नी भी है, पुत्र भी है, बन्धु-बांधव भी हैं, सामाजिक कार्य है, व्यापार भी करता है, नौकरी करता है, भगवान का भजन करता है, हरिद्वार में स्नान करता है, मगर ये सब एक द्रष्टा भाव से करता है, उसमें नहीं ह है औ जब ऐस भ स हो है, तो उसकी को पश अवस अवस कह गय अपने से अलग अलग हट क जो जो वह महत है है ध ओ बढ़ने क कदम ण कदम कदम कदम ण कदम कदम कदम कदम है है है कदम है है है कदम कदम कदम ण ण ण ण ण ण ण ण விஷாத் பைதா ஹோதா உள்ளது. நீங்கள் ஒரு நல்ல சூழ்நிலையில் நான் கிரியை ஆரம்பம் கர் லேதா உள்ளது, உசகே நீங்கள் பார்க்க வேண்டும். கிசி ஸ்த்ரீ கோ டெக்கர் உசகே மன் என் விஷய-வாசனா பைதா இல்லை ஹோதி. கிசி ரோகி கோ தேககர் உசகே மன் மேம் க்ரிணா பைதா நஹீம் ஹோதி.
சௌதி அவஸ்தா 'அதல் அவஸ்தா' है. அடல்-ஜிசகா கோயி ஓர்-குரோர் இல்லை प, प, उसक मन में में में भ ज से में में उसी से है है के स भी
उसके मन में द्वैत का भाव धीरे-धीरे समाप्त होने की क्रिया प्रारम्भ हो जाती है, अत्यन्त गहराई में जाने की क्रिया प्रारम्भ हो जाती है, जिसका कोई ओर-छोर नहीं है, जहाँ न हिन्दू है, न ईसाई है— जहां किसी प्रकार का ராக-த்வேஷம் இல்லை. யதி கோயி காலின்யா தேதா ஹாய், உசகே முஹம் பர் டூக் டெதா ஹாய் டோ, உசகே ரேக் ஹர்ஷ உல்லாசத்தின் வாதாவரத்தில் பி உசகே செஹரே பார் கோயி விசேஷ பாவ் பைதாண்டா.
एशी जब स्तिति आती है, उस sthiti को अतल स्थिति कहते हैं. யஹ் த்யான் கி ஒரு பத்தனே கி அத்யதிக் மஹத்வபூர்ண நிலை உள்ளது. आसा व्यक्ति जीवन का क्रिया-कलाप उसी ढंग से करता है, जिस ढंग से समाजूका वह व्यापार भी करता है, नौकरी भी करता है, पत्नी के साथ भी रहता है— वह पति के साथ भी रहती है, मगर उसमें किसी प्रकार की हानि या लाभ की अवस्था नहीं होती— अपने-आप को वह सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड से एकाकार कर लेता ஆம். उसे पड़ोसी मृत दुःख होत तो तो में भी व की दुःख होत है है है ही अवस में होत होत यदि मे आत है उसको होत है के प भूकम आने प प भी उतन ही दुःख दुःख
உசகே சமனே தேஷ் கி பாவனா மிட் ஜாதி ஹே. में पैद पैद होत कि भ वियतन हूँ उसके में है उसको उतन दुःख होत जितन उसके घ क होने प होत है है क क वह अपने को पू फैल वह किसी एक, एक एक में में हुआ नहीं, वह व हो है व व हो हो ती जब ऐसी आती आती आती आती स स
अवस 'अवस अवस थ यह भी बैठ उसके में प हैं क उसके लिए लिए भूख भूख भूख भूख भूख भूख भूख भूख भूख भूख भूख लिए लिए लिए लिए नहीं नहीं ख क बोध बोध उसे उसे किसी प नहीं नहीं नहीं होत नहीं यह மத்யம் சே ஜீவித் ரஹதா ஹாய், ஷரீர் மாத்யம் சே ஜீவித் நஹீம் ரஹதா.
யஹி வஹ அவஸ்தா ஹை, ஜஹாம் ஷரீர் சமாப்த ஹோ ஜாதா ஹாய், மற்றும் பிராண பிராம். யஹி வஹ அவஸ்தா ஹாய், ஜஹாம் அன்னமய கோஷ சமாப்த ஹோ ஜாதா ஹை, ஜஹாம் மற்றும் பிரணயம் नमय कोष कोष कोष है वह तल प है औ औ जो जो प प प जो जो जो , उपनिषद् और कुरान और बाइबिल इन सभी को समान रूप से देखता है- उसे रामायण में वही दिखाई देता है— क्योंकि प्राण स्थिति के माध्यम से तो सर्वत्र प्राण एक साथ हैं— और ऐसी स्थिति में वह किसी घटना का साक्षीभूत बन जाता है, क्योंकि अन त है ब है है है वह आंख बंद क क भी भी में किसी भी स्त्री या पुरूष को देखते ही उसका पूरा पिछला जीवन साकार हो जाता है, मात्र पिछला जीवन ही नहीं कई-कई जीवन साकार और स्पष्ट हो जाते हैं- इस क्षण अमरीका में क्या हो रहा है, उसके सामने साकार है, क्योंकि प्राण सर्वत्र வணிகம் உள்ளது.
भेद उसकी आंखों स हो ज, ठीक उसी जिस प जैसे के हम कोई कोई दृश ज है है है तो ज ज उसे देने लग मैं कौन हूँ हूँ हूँ हूँ हूँ कह कह ति खड़ है है में है में थ इससे ध इसके किस किस जीवन में आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज நான் க்யா சம்பந்த ஹோகா மற்றும் இஸ்ஸே பிஸ் ஜீவன் ஆகே ஜீவன் என் க்யா சம்மந்தம்?
க்யோங்கி கால் கோ ஃபிர் வஹ் டுகடோம் மெம் நஹீம் தேகதா. पू क को से स है औ ूप से देखने जो भ होत है- वह वह पहुंचने पहुंचने थ பிராண ஜோ சமஸ்த பிரம்மாண்டத்தில் பரவுகிறது. நாங்கள் பிராண ஜோ அபனே நீங்கள் நிர்விகார், நிர்விசாரம் செய்கிறோம். பிராண ஜோ பிரம்மம் கா சாக்ஷாத் ஸ்வரூபம். प्राणगत अवस्था में पहुँचने पर ईश्वर उसके सामने उपस्थित नहीं रहता क्योंकि, जहां ईश्वर का बोध होगा- वहां राम, कृष्ण, नानक, ईसा का बोध होगा— इससे सर्वथा अलग हटकर वहां पर उसके सामने एक ब्रह्म की अवस्था प्रारम्भ हो जाती है- एकमात्र ब्रह्म होता है, जो सर्वत्र व्याप्त है.
பிராணகத் அவஸ்தா ஜீவன் ஒரு உச்சம் அவஸ்தை உள்ளது, ஒரு ஸ்ரேஷ்டம் அவஸ்தை. जहां पर भूख, प्यास, नेंद सुख-दुख विलाप कुछ महत्व नहीं रखदा. जहां देश, கால், பாத்திர மஹத்வ நஹீம் ரக்தே. வஹ் சமஸ்த சன்சார் கோ பைதா-பைதா நிர்விகார் भाव से देखदा रहता है. நான் சொல்கிறேன். उसक जाने पर ही संभव है. அகலா தல 'நிர்பீஜ் அவஸ்தா' है. நிர்பீஜ் கா தாத்பர்ய ஹை- ப்ராணகத் அவஸ்தா சே பீ ஆகே பஹுஞ்சனே கி க்ரியா. प्राणगत अवस्था में तो विश्व में या ब्रह्माण्ड में जो घटना घटित होती है, हम उसके साक्षीभूत मात्र होते है, हम केवल द्रष्टा होते हैं, केवल देखते रहते हैं- इस समय अफ्रीका में क्या हो रहा है, न्यूयार्क में क्या हो रहा है, वाशिंगटन में ह ह है पत क है है वह उसी देख सकत है जिस प प आस आस पड़ी तुओं को को को को को को है है है है सकत।
वह इसके 'इसके' आगे बढ़क में तो तो उसमें आ जिससे वह क में षेप क क हो उसको उसको उसको अपने मन की के से की घटन ोक सके सके सके सके उस में स पैद ज है वह हिंसक को को भी भी अहिंसक अहिंसक अहिंसक स-विष विष देत देत हुए भी अपने में स देत है को शे है देत देत देत देत देत देत देत देत देत देत देत देत देत देत देत देत देत देत देत देत देत देत देत देत देत
க்யோங்கி உசமேம் க்ஷமதா பிராப்த் ஹோ ஜாதி ஹாய் கி வஹ பிரகரிதி என் ஹஸ்தக் ஷேப். य क है जो दू दू दू दू दू क औ औ औ के के . इतनी हिंसायें हैं हैं हिंसाँ को दूर करने की समर्त्य उसमें है। लोभ वशीभूत होक जितनी हत हीं हैं हैं उस को को उस प मनुष के से हट की क व में में आ आ உசே யஹ் க்ஷமதா பிராப்த் ஹோ ஜாதி ஹாய் கி அன்டர் கி துஷ்பிரவ்ரிதியோங்ஸ். हिंसक को अहिंसक बना कर उसे रचनात्मक काम ले सके.
एक हिंसक व्यक्ति चाकू से किसी को घायल कर सकता है और— यदि निर्बीज सम्पन्न व्यक्तित्व उसकी उस भावना को हटाकर उसके हाथ में पेंसिल और कागज दे देता है तो, वो एक अच्छा चित्र भी बना सकता है— उसमें हिंसात्मक प्रवृत्ति थी, पर हिंसात्मक प्रवृत्ति ही पेंसिल के माध्यम से सुन्दर चित्रकारी में परिवर्तित हो गयी— पूरा रूपान्तरण ही कर दिया— प्रवृत्ति तो रही पर प्रवृत्ति को रूपान्तरित कर दिया— यह उच्चतम अवस्था है, यह महत्वपूर्ण अवस्था है क्योंकि, ऐसा ही व्यक्ति गुरू बनने का सामर्थ्य रखता है, यहीं பர் சத்குரு பனனே கி பிராக்ரியா ஆரம்பம் ஹோதி. அபி தக் இசகே பூர்வ ஜோ அவஸ்தா தி, வஹ கேவல் குரு கி அவஸ்தா தி. तल प तल है बनत उसकी यही यही है है- '' मैं शिष की क क की प उसको उसको उसको उसको उसको उसको उसको उसको उसको उसको उसको தாரணா தூம்.''
இசகே ஆகே கி ஸ்திதி 'மனஸ் அவஸ்தா' உள்ளது. इस तल पर संपूर्ण रूप से मन को अपने हाों इं लीन कर देने की प्रवृति है. जगह स பூர்ணதா பிராப்த ஹோதா உள்ளது. உசகே மன் மென் காம், க்ரோத், லோப், மோஹ நஹீம் ஹோதா, உசகே அன்டர் கிசிஸ் ப்ரகாரம். तटस तटस हत हत है है है उसक मन पू पू ूप ण ण ण ण ूप ूप ूप ूप ूप पू पू उसक उसक उसक उसक சக்தா உள்ளது. को को ड को सकत है जब य उस जगह पहुँच है फि भले भले ही उसकी आंखें बंद बंद तब तब भी में होत है फर भले ही उसकी आंखें कुली हों, दबी ध्यानवस्ता में है.
பிரஷ்னঃ இது எப்படி இருக்கிறது? प सकत है पगडण अटपटी य सकत कि अपने आप में हो हो, मनुष को यह यह ज यह गु आवश होती है इन कठिन से के लिए ही एक एक के के ूप सद आवश पड़ती आवश नहीं नहीं गु हो में पहुंच सकत
ते ते हो क लिए आवश है है कोई हो हो कोई हो कोई हो कोई गु जो जो सही हो जो जो जो जो जो जो फिर भले ही वह इस துனியா நான் ரஹே யா ஹிமாலயத்தில் ரஹே. फिर वह सदारन अवस्था में रहे या दिखई दे. फि वह ही पहने पहने हो स श पहने पहने हुए हो वस अपने आप आप में कोई खत லம்பாய், மோடாய், ஊஞ்சை அபனே நீங்கள் இல்லை மஹத்வ ரக்தி ஹேன் தோ- உசகா சிந்தனை, உசகி கஹரை நான் உதரனே கிரியா, இது போன்றது. இஸ் ராஸ்தே செ பரிசித் ஹோனே கி க்ரியா.
र ध ध की है कोई है तो य य य क क ஆசா குரு மில் ஜாதா நீங்கள் மனுஷ்ய ஜாதி கா சௌபாக்ய ஹோதா ஹாய் கி. ஆம் மனுஷ்யதா கா அபனே-நீங்கள் சௌபாக்ய ஹோதா ஹாய் கி உசகே பீச் மென் அய்சா கோ. उन को को अपने होत कि वे की में हैं उसके जीवन जीवन अहोभ होत है सद सद सद उस को को जीवन में स तभी होती है जब सद उसे मिल ले ले ले उसक ह पकड़ ले ले सही पगडण प खड़ की जिसके में यह घटती है, वह अपने में औ अद घटन होती है महोत होत है, यह मह अवस होती
அவர் ஜீவனில் ஒரு சிறந்த நிலைமை உள்ளது, மனுஷ்யதா செ ஜிசகே ஜீவன் மென் பி யஹ் பிந்து கட்டதா ஹை, உசகி துலானா தோ தேவதா பீ நர்ஹீம். பூரி மனுஷ்ய ஜாதி உசகி கோணி ஹோ ஜாதி ஹே. ऐस जब व्यक्ति ध्यानवस्ता में पहँच जाता है, तब फर जीवन में कोच है. சமஸ்த சித்தியாம் உசகே சமனே நৃத்ய கரதி ரஹதி ஹேம். விஜய் வர்-மாலா லியே டுகுர்-டுகுர் நிஹாரதி ரஹதி ஹே.
லாகோன்-கரோடோம் அப்சராம் ஊக்கி மற்றும் சித்தி ஹாத் பந்தே உசகே சமனே கடி ரஹதி. हजारें दब उंचे-हणे क कई कई कई ब अवत होत கை ஹஜாரோம் வர்ஷோங் பாத் ஏசி घடனா கட்டதி. इसलिये ऐसे व जिस जिस में भी है है है भ ली होती न पहले की पीढ़ी सौभ कही ज है है न उसके उसके उसी पीढ़ी को सौभ प होत है, जिस पीढ़ी समय एक इस तल तल प अवत होत होत
பார்-பார் ஈசா மஸீஹ பைதா இல்லை ஹோதே, ஹஜாரோன் வர்ஷங்கள் மிகவும் மோசமாக உள்ளது. கை ஹஜார் வர்ஷ பாத் ஒரு மகாவீர், புத்தர், கிருஷ்ண பைதா ஹோதே. ष पैद पैद होते पैद नहीं होते कई कई हज हज औ उनके उनके हज हज हज हज हैं औ हिंस, म, म र बढी हैं हैं हो है है जब जब ऐसे क अवत की की की की है होत होत होत अपने अपने है क में उसके में में उसके उसके अवस उपस उपस है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है होत होत होत होत होत होत होत होत होत होत நான் சொல்கிறேன். உசகே பாஸ் கிரியா கர் சக்தே ஹம், நான் உசகே சான்னித்ய மெம் ரஹானே கா சௌகரியம்.
ऐस ही मनुष की क जगह पहुँच देत जह देह स अवस होक होक की की अवस भ भ होती होती होती होती होती है। ध अवस अवस है में में की है है, एक समुद बनने की है, प प की है है है है है
பரம் பூஜ்ய சத்குருதேவ்
கைலாஷ் ஸ்ரீமாலி ஜி
பெறுவது கட்டாயமாகும் குரு தீட்சை எந்தவொரு சாதனத்தையும் செய்வதற்கு முன் அல்லது வேறு எந்த தீக்ஷத்தையும் எடுப்பதற்கு முன் மதிப்பிற்குரிய குருதேவிடமிருந்து. தயவு செய்து தொடர்பு கொள்ளவும் கைலாஷ் சித்தாஷ்ரம், ஜோத்பூர் மூலம் மின்னஞ்சல் , , Whatsapp, தொலைபேசி or கோரிக்கை சமர்ப்பிக்கவும் புனித-ஆற்றல் மற்றும் மந்திரம்-புனிதப்படுத்தப்பட்ட சாதனா பொருள் மற்றும் கூடுதல் வழிகாட்டுதல்களைப் பெற,
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